आदर्श वाक्य in Hindi

                   1.

जो मनुष्य दूसरों को आघात पहुंचाते हैं वे वास्तव में अपने आप को आघात पहुंचाते हैं ।







2.

धर्म के बिना नीति विधवा है और नीति के बिना धर्म विधुर है ।अतः धर्म और राजनीति दोनों साथ साथ होनी चाहिए , तभी शासन बढ़िया होता है ।






3.

स्त्री जाति का आदर करना चाहिए ।







4.

अन्तरात्मा में बैठा हुआ ईश्वर उचित और अनुचित की निरंतर प्रेरणा देता रहता है । जो उसे सुनेगा - समझेगा , उसे सीधे रास्ते चलने में कठिनाइयां नहीं होगी ।







5. 

नैतिक और पवित्र जीवन यापन किये बिना आध्यात्मिक होना या प्रगति करना सम्भव नहीं है ।







6.

सच्चा ज्ञान वह है जो हमारे गुण , कर्म , स्वभाव की त्रुटियाँ सुझाने , अच्छाइयाँ बढ़ाने एवम आत्म निर्माण की प्रेरणा प्रस्तुत करता है ।









7.
दुसरो के द्वारा तुम अपना आदर चाहते हो तो पहले दूसरों का आदर करो ।








8.
स्वयं को कभी कमजोर साबित मत होने दो क्योंकि डूबते सूरज को देखकर लोग घर के दरवाजे बंद करने लगते ।








9.
ग्रन्थ , पंथ हो अथवा व्यक्ति 
नहीं किसी अंधी भक्ति ।








10.
प्रेम के बिना जीवन उस वृक्ष के समान है जिसपे ना बहार आये ना फल हो ।








11.
शारीरिक गुलामी से बौद्धिक गुलामी अधिक भयंकर है ।








12.
अपना मूल्य समझो और विश्वास करो कि तुम संसार के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हो ।









13.
उन्हें मत सराहो , जिसनें अनीतिपूर्ण सफलता पाई और सम्पति कमाई ।










14.

मरतें वे हैं जो शरीर के सुख और इन्द्रिय वासनाओं की तृप्ति के लिए रात दिन खपते रहते हैं ।









15.

कर्तव्य पालन का आनंद लूटो और विघ्नों से बिना डरे जूझते रहो । यही है धर्म का सार तत्व ।








16.

अगर आपके पास आज का काम ठीक से करनें का वक्त नहीं है तो आपके पास इसे फिर से करनें का समय कब होगा ।










17.

असत्य सदा अकल्याण कारी होता है ।









18.

अच्छाई के पीछे कोई नहीं जाता , बुराई के पीछे सभी जाते हैं । शराब बेचने वाला कहीं नहीं जाता , और दूध बेचने वाले को गली गली घूमना पड़ता है ।










19

जैसे मोमबती , बिना आग के नहीं जल सकती , मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन बिना नहीं जी सकता ।










20.

हर दिन नया जन्म समझें , उसका सदुपयोग करें ।









21.

अनागत - विधाता ( आपत्ति आने के पहले ही उपाय सोचने वाला ) और प्रत्युतपन मति ( समयानुसार बुद्धि से काम लेने वाला ) ये दोनों ही सुख से रहते है , परन्तु यदभविष्य ( जो होगा देखा जाएगा ) - ऐसा सोचने वाला नष्ट हो जाता है ।

Comments

  1. Yadi aap khud par vishwas rakhte hai to aap sansar ki koi bhi kamyabi hasil kar sakte ho

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